छोटी छोटी बीमारियों में लेने जाने वाली एलोपैथी दवाइया आपके शरीर के लिए बहोत जानी कारक होती है , थोड़ी देर के लिए दर्द मिट जाता है पर लंबे समय के बाद वो दवाइया आपको नुकसान करती है,जानिए हर एक बीमारी के आयुर्वेदिक नुस्खे हमारे साथ।आयुर्वेदिक नुस्खे छोटी छोटी बीमारियों में लेने जाने वाली एलोपैथी दवाइया आपके शरीर के लिए बहोत जानी कारक होती है
आयुर्वेद में सिर दर्द के लिए कई उपचार हैं:
1. त्रिफला चूर्ण: त्रिफला चूर्ण को दूध या पानी के साथ लेने से सिर दर्द में राहत मिलती है।
2. ब्राह्मी: ब्राह्मी का उपयोग सिर दर्द, तनाव, और अनिद्रा के उपचार में किया जाता है।
3. जटामांसी: जटामांसी का उपयोग सिर दर्द, माइग्रेन, और तनाव के उपचार में किया जाता है।
4. शिरोधारा: शिरोधारा एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें सिर पर तेल या द्रव्य का धारा डाला जाता है, जिससे सिर दर्द में राहत मिलती है
5. नास्य: नास्य एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें नाक के माध्यम से दवा दी जाती है, जिससे सिर दर्द में राहत मिलती है।
6. ध्यान और योग: आयुर्वेद में ध्यान और योग का उपयोग तनाव और सिर दर्द के उपचार में किया जाता है।
7. आहार और जीवनशैली में परिवर्तन: आयुर्वेद में आहार और जीवनशैली में परिवर्तन करने की सलाह दी जाती है, जैसे कि नियमित भोजन, पर्याप्त नींद, और तनाव से बचाव।
आयुर्वेद में पेट दर्द के लिए कई उपचार हैं:
1. हिंग्वाष्टक चूर्ण: हिंग्वाष्टक चूर्ण को गर्म पानी के साथ लेने से पेट दर्द में राहत मिलती है।
2. अजवाइन: अजवाइन का उपयोग पेट दर्द, गैस, और अपच के उपचार में किया जाता है।
3. दही और हaldi: दही और हल्दी का मिश्रण पेट दर्द में राहत देता है।
4. त्रिकाटू: त्रिकाटू एक आयुर्वेदिक दवा है जो पेट दर्द, गैस, और अपच के उपचार में काम आती है।
5. अविपत्तिकर चूर्ण: अविपत्तिकर चूर्ण को गर्म पानी के साथ लेने से पेट दर्द में राहत मिलती है।
6. पंचsakar चूर्ण: पंचsakar चूर्ण को गर्म पानी के साथ लेने से पेट दर्द में राहत मिलती है।
7. बस्ती: बस्ती एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें एनीमा दिया जाता है, जिससे पेट दर्द में राहत मिलती है।
आयुर्वेद में आंखों में जलन के लिए कई उपचार हैं:
1. त्रिफला चूर्ण: त्रिफला चूर्ण को पानी में मिलाकर आंखों में डालने से जलन में राहत मिलती है।
2. रोजवाटर: रोजवाटर आंखों में डालने से जलन में राहत मिलती है।
3. आंवला जूस: आंवला जूस आंखों में डालने से जलन में राहत मिलती है।
4. नेत्र तर्पण: नेत्र तर्पण एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें आंखों पर तेल या द्रव्य का धारा डाला जाता है, जिससे जलन में राहत मिलती है।
5. शीतकली: शीतकली एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें आंखों पर ठंडा पानी या बर्फ का सेक दिया जाता है, जिससे जलन में राहत मिलती है।
6. चंदन: चंदन का उपयोग आंखों में जलन के उपचार में किया जाता है।
7. आहार और जीवनशैली में परिवर्तन: आयुर्वेद में आहार और जीवनशैली में परिवर्तन करने की सलाह दी जाती है, जैसे कि पर्याप्त नींद, तनाव से बचाव, और संतुलित आहार।
इन उपचारों को करने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।